आईसीयू

जिंदगी तो सब जीते है

कभी मौत को भी जी कर देखो

लड़ा है उसने आईसीयू के बेड पर

जहां मौत ने कहा मुझे गले लगा कर तो देखो

छिड़ी जंग जिंदगी और मौत में

आखिर जीत किसकी होगी

वो टूट चुका हार चुका

चंद साँसे अभी भी बाकी है

मॉनिटर पर चलती जीवन की रेखाएं

परिवार के एक आस के लिए काफी है

डॉक्टर है दंग आखिर जीत किसकी होगी

लड़ा है उसने आईसीयू के बेड पर

जहां मौत सिरहाने खड़ी थी

यमराज भी अब थक चुके थे राह निहारे

जीवन का बहीखाता अभी भी चुकाना बाकी है

जिंदगी तो सब जीते है

कभी मौत को भी करीब से देखो.!!



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